*अंकिता के हत्याकांड* पर कोई भी भक्त आक्रामक post नही कर रहा है।
इसके कारणों का विश्लेषण करते है...
1. कांड बीजेपी शाषित राज्य मे हुआ , जहा की सरकार पर सवाल करने का इनको अधिकार ही नही है।
2. आरोपी मे एक भी अब्दुल नही।
3. इनको राजस्थान या बिहार के हिन्दुओ का ही फ़िक्र है।
4. पहले सबसे ज्यादा फ़िक्र इनको महाराष्ट्र के हिन्दुओ का था पर अब बीजेपी वहां सरकार मे आ गई तब से इनको अब वहां के हिन्दु का किम्मत 2 कौड़ी हो गया ।
अब इनको महाराष्ट्र मे हिन्दु पर अपराध होगा तो ये कोई विधवा विलाप नही करेंगे।
5. अभी इनका मनपसंद डेस्टिनेशन राजस्थान है।
सारी बातो का सार एक निकलता है की ,अगर *हिन्दु को अपनी किम्मत इन भाजपाइयो की नजर मे क़ायम रखनी है तो इनको विपक्ष मे बैठाओ।*
जैसे ही ये जिस राज्य मे *सत्ता मे आते है तो हिन्दु का जान का किम्मत इनके लिए 2 कौड़ी का होता है।*
